बिना धुआँ की हवा का आशिक़ हूँ ! चमकते तारो की रातों का आशिक़ हूँ।आवारा कह लो मुझ…

बिना धुआँ की हवा का आशिक़ हूँ ! चमकते तारो की रातों का आशिक़ हूँ।आवारा कह लो मुझे कोई बात नही !मुझे पता है मै पहाड़ों का आशिक़ हूँ॥ . . ....